Bank Emi Bounces: आप चाहे दो पहिया वाहन खरीद रहे हो या फिर चार पहिया यदि आप उसे फाइनेंस के सहारे खड़ी होते हो तो तय समय पर आपको ईएमआई चुकाना बेहद जरूरी हो जाता है। यदि आप अपना ईएमआई डेट को मिस करते हो उसे बाउंस कर जाते हो तो आपको भारी मात्रा में पेनाल्टी शुल्क चुकाने होते हैं। सरकारी बैंक तो एक-एक किस्त बाउंस होने का ₹500 वहीं निजी बैंक हजार रुपए तक की पेनल्टी भी लगा देती है।
यदि आपके साथ ऐसा बार-बार हो रहा है तो आपको कुछ खास बातों का ख्याल रखना होगा। यदि आपकी बैंक की ईएमआई बाउंस कर रही है तो आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। आइए जानते हैं डिटेल जानकारी की आप अपने बाउंस हो रही ईएमआई किस्त को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
इन बातों का रखें खास ख्याल
- यदि आप की पहली किस्त ही बाउंस कर जाती है तो आप लोन देने वाले बैंक के मैनेजर से जरूर बात करें। यदि आपकी प्रॉब्लम जनविन देखी तो आपकी मासिक किस्त होल्ड करने के लिए वह आवेदन भी कर सकते हैं और जैसे ही आपके पास पैसे की व्यवस्था हो जाएगी आप साड़ी रकम एक साथ चुका सकते हैं। इन सब चीजों के बीच मैनेजर का विवेक काफी हद तक काम आता है।
- एक्चुअली में ईएमआई चुकाने के 2 तरीके होते हैं एक एडवांस दूसरा एरियर। आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि ग्राहक एडवांस ईएमआई झुकाते हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर आप एरियर emi भी दे सकते हो।
क्या होता है एरियर ईएमआई और एडवांस emi (अंतर)
आमतौर पर हम सभी लोग महीने की शुरुआत में ही किस्त को झुकाते हैं जिसे की एडवांस ईएमआई भी कहा जाता। यदि हम मंथली किसको महीने के आखिरी में चुकाएं तो उसे एरियर emi कहा जाएगा।
- दस्तावेज का रखें खास ख्याल: बैंक द्वारा जारी किए गए लोन दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें और उनके टर्म्स एंड कंडीशन को भी बखूबी जान ले। सारी चीजें सुनिश्चित करने के बाद ही आप उन डाक्यूमेंट्स के ऊपर साइन करें।
- गारंटर बनने का ध्यान रखें: लोन फाइनेंस के लिए हर किसी का गारंटर यूं ही ना बन जाए आपको सोच समझ विचार करके ही किसी थर्ड पर्सन का गारंटर बनना चाहिए। क्योंकि कर्जदार को जिम्मेदारी गारंटर की भी होती है कहीं आप आगे चलकर मुसीबत में न फंस जाएं इसका ख्याल रखें।
- बैंक द्वारा दिए जा रहे हैं चेक के ऊपर अपने हस्ताक्षर की जांच जरूर कर ले यदि आप का साइन मैच नहीं कर रहा है तो चेक वापसी के दौरान पेनाल्टी भी आपको ही देनी होती है।
- बैंक से लोन नहीं चुकाने के उपरांत नोटिस मिलने पर आप सीधा अधिकारी से बात कर सकते हैं या फिर उनसे मिलकर अपनी आपत्ति जाता सकते हैं।
- यदि आप अपने लोन की मासिक किस्त को बेहद जल्द खत्म करना चाहते हैं तो उसकी ईएमआई की रकम को बीच में भी बढ़ा सकते हैं।
- यदि आपके द्वारा लिए गए लोन की ब्याज दर अधिक है और दूसरा कोई और बैंक कम ब्याज दर पर लोन देता है तो आप लोन की रिफाइनेंसिंग भी करवा सकते हैं। इसके लिए आपकी क्रेडिट स्कोर बेहतर होना चाहिए।
Conclusion
गाड़ी खरीदने से पहले उपरोक्त सारी बातों को आपको खास ख्याल रखना होगा और अपने डीलर के सामने कॉन्फिडेंट होकर सारे सवालों जवाब भी मांगना होगा। यदि आपके डीलर इन सारे सवालों का जवाब देने में हिचकते हैं तो आप गाड़ी खरीदने से साफ मना कर दे अब दूसरे डीलर को रिचआउट कर सकते हो। आपकी वाहन की बैंक EMI बाउंस होने पर ना हो परेशान! इन 8 बातों का रखें खास ख्याल
ज्यादा जानकारी के लिए आप eco वाहन का व्हाट्सएप ग्रुप भी ज्वाइन कर सकते हो और पर्सनली मैसेज कर बाकी सारी डिटेल जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आपके सारे सवालों का सॉल्यूशन WhatsApp Group में दिया जाएगा।
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