देश की विकाश की बात हो तो सड़कें अपना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यही देश की संपति होती है और इनका रख रखाव करना हमारी और हमारी सरकार की जिम्मेवारी होती हैं। आज के इस पोस्ट में हम चर्चा करने वाले हैं टोल टैक्स rules के बारे में जो नए लागू हुए हैं। आइए जानते हैं किन किन लोगों को टैक्स देना होगा और किनको नहीं। इसके लेकर सरकार तरफ से लिस्ट भी जारी कर दी गई है।
जानें कब हुई थी टोल टैक्स की शुरुआत
सड़कों पर आने टोल टैक्स पर हम सभी जरूर रुकते हैं। और टोल टैक्स चुकाने के बाद ही आगे बढ़ते हैं। इनके क्या रेट तय होते हैं और इसे कैसे तय किए जाते हैं। आपको बता दें कि भारत में पहली बार टोल टैक्स की शुरूआत 1956 में हुई थी। यह शुल्क सभी वाहन चालक से लिया जाता है तो इंटरस्टेट एक्सप्रेसवे, नेशनल या स्टेट हाईवे पार करते हुए ट्रैवल करते हैं।
टोल टैक्स का कहां होता है इस्तेमाल
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस सभी टोल के संबंधित पूरा प्रबंध नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के द्वारा किया जाता है। दो टोल बूथ के बीच की दूरी आमतौर पर 60 किमी की होती है। लोगों द्वारा दिया गया टोल टैक्स का इस्तेमाल सड़कों के रखरखाव और सड़कों के निर्माण में किया जाता है।
हालांकि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों और संग्रह का निर्धारण) नियम, 2008 के नियम 11 के अनुसार टोल टैक्स का भुगतान करने से छूट प्राप्त लोगों और वाहनों की एक सूची है. जरुर पढ़ें: Electric Scooter: बिना लाइसेंस घूम सकते हैं पूरा देश, बच्चों के लिए होगा सबसे बेस्ट
चेक करें पूरी लिस्ट-
- भारत के राष्ट्रपति
- भारत के प्रधान मंत्री
- भारत के मुख्य न्यायाधीश
- भारत के उपराष्ट्रपति
- राज्य के राज्यपाल
- संघ के कैबिनेट मंत्री
- सुप्रीम कोर्ट के जज
- लोक सभा के अध्यक्ष
- संघ राज्य मंत्री
- संघ के मुख्यमंत्री
- पूर्ण सामान्य या समकक्ष रैंक का पद धारण करने वाला चीफ ऑफ स्टाफ
- किसी राज्य की विधान सभा के अध्यक्ष
- एक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
- किसी राज्य की विधान परिषद के अध्यक्ष
- एक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश
- भारत सरकार के सचिव
- राज्यों की परिषद
- संसद सदस्य आर्मी कमांडर ,वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ
- संबंधित राज्य के भीतर एक राज्य सरकार के मुख्य सचिव
- किसी राज्य की विधान सभा के सदस्य
- राजकीय यात्रा पर विदेशी गणमान्य व्यक्ति
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निजी वाहन मालिकों को भी टोल टैक्स में छूट मिलनी चाहिए। जिनको हर सुविधा दी जा रही है उनको छूट नही मिलनी चाहिए, जबकि टोल रोड का ठीक से मेंटीनेंस भी नही किया जाता है।
Senior Citizens ko bhi Toll Tax Rebate milna chahiye.
Yes sarkar gade ke rajistraion time per road tax le leti h to toltex kio ya rajistraion ko samapt karey ya toltex ko
एक दिन में अधिकतम एक निजी कार से एक बार ही टौल टैक्स लिया जाना चाहिए, ये बहुत ही दुख द है कि अगर कोई व्यक्ति एक लम्बी दूरी के लिए निकलता है तो उससे हर पचास किलोमीटर पर टौल मिलता है जहां टैक्स काट लिया जाता है। अब तो डर लगने लगा है कि कोई अरजेंट काम से कहीं अपना निजी बाहन से जा रहा है तो हर टौल पर एक मोटी रकम टैक्स के नाम पर काट लिया जाता है। उदाहरण के लिए मैं अपना व्यथा बताना चाहता हूँ कि पिछले माह( दिसंबर 2022) मे अपना कार से भुवनेश्वर होते हुए पुरी का यात्रा किया था, हमें छह हजार का पेट्रोल लगा और दो हजार टौल टैक्स का भुगतान करना पड़ा जो कि काफी पिछड़ा दायक है । हम पब्लिक से गाड़ी खरीदने के वक्त भी रोड टैक्स के नाम पर, गाड़ी खरीदने पर टैक्स, इत्यादी- इत्यादी का भुगतान लिया जाता है।
अतः गडगकरी महोदय से अनुरोध है का हम मिडल क्लास पर रहम किया जाय।
Toll tex parsanal car me nahi lena chahiye commercial weekals me toll tex lena chahiye or sabhi polution or govt officer se toll tex lena chahiye keyu ki vo easy pay kar sakte hai jabki parsanal car walo se nahi lena chahiye
उपरोक्त
देश के जवानों को टोल फ्री होना चाहिए था।
साल में 1/2 बार छुट्टी आते हैं, उसमे से भी कभी कभार साल में एकादि बार कही बाहर घूमने का प्लान होता हैं, ज्यादातर फोजी योंके पास 2 व्हीलर ही पाई जाती हैं,
देश के first line men के लिए एक फौजी के लिए इतना तो कर सकते है ना।
Yes it’s right if someone paid road tax at the time of registration then further toll tax, I deem he is not liable. Thanks
गाड़ी खरीदते समय ही रोड टैक्स के नाम पर बड़ी राशि वसूली जाती है और पेट्रोल डीजल पर भी भारी टैक्स जीएसटी ली जाती है तो फिर टोल किस बात का और ऊपर से टोल टैक्स वाले टोल की लागत और मेंटेनेंस सारे खर्चे वसुल होने के बाद भी टोल को बंद नहीं किया जाता है इस से मध्यम वर्ग हर 50 किलोमीटर पर टोल टैक्स वसूल किया जाता है इसलिए अगर लंबी यात्रा पर बहुत भारी टैक्स बन जाता है इसका सर्वे कराकर सही वाजिब सलूशन निकाला जाए